नेपाल : अर्चना फिल्मस के बैनर तले बनी मैथिली टेली फिल्म "राजा सलहेस " जिस के निर्माता शारदानन्द झा थे और लेखक निर्देशक श्याम भाष्कर नेपाल टेलीविजन से स्वीकृत इस फिल्म की शूटिंग राजनगर ,दुल्ली पट्टी तथा कटारी और चुरिया पहाड़ी पर हुई थी राजनगर में फिल्म को लेकर भव्य सेट बनाया गया था और इसके अधिकाँश कलाकार मिथिला विश्वविद्यालय के पीजी ड्रामा के पहले बैच के छात्र थे उस जमाने में इन कलाकारों के दरभंगा में नाटक के क्षेत्र में तुति बोलती थी ये कलाकार आकाशवाणी दरभंगा और गीत एव नाटक प्रभाग दरभंगा से भी जुड़े हुए थे इस फिल्म में स्वपन मजुमदार {नायक},नीलम सिंह{नायिका },बब्बू मिश्रा{खलनायक } की भूमिका में थे जब की अन्य भूमिका में ,शारदा सिंह ,तारा चरण झा ,महेंद्र नारायण चौधरी ,राजकुमारी झा ,मीरा झा ,विपिन कुमार झा ,अनिता अग्रवाल आदि थे दूरदर्शन कोलकत्ता के एस .एस . धर इस फिल्म के कैमरा मैंन थे और फिल्म के एडिटर थे दिलीप बनर्जी जब की इस फिल्म में संगीत दिया था सरोज कुमार मिश्रा एव हरिनाथ जी ने और सिनेमेटोग्राफ कोलकत्ता में इस फिल्म का पोस्ट प्रोड्क्शन हुआ था इस फिल्म की कहानी महसौथा के राजा सलहेस पर आधारित थी जो मिथिला के ग्राम देवता के रूप में आज भी प्रसिद्ध है 19 दिनों के शूटिंग के बाद यह फिल्म साढ़े सात लाख की लागत से यु - मेटिक फ़ॉर्मेट में 1993 में बन कर तैयार हुई थी ऐतिहासिक कथा को लेकर बनने वाली यह मैथिली की पहली टेली फिल्म थी वक्त की मार ने इस फिल्म को कही का न छोड़ा यही कारण रहा की जिस नेपाल टेलीविजन के लिए यह फिल्म बनी थी वह ना ही नेपाल टेलीविजन पर और न ही दूरदर्शन से प्रसारित हो सका
फोटो परिचय : >> निर्देशक श्याम भास्कर ,अभिनेत्री नीलम सिंह ,स्क्रीप्ट के साथ सहायक निर्देशक हरीन्द्र कुमार झा और विष्णु कान्त