जब की दूसरी मैथिली फिल्म है "ललका पाग " इस फिल्म का म्यूजिक सारेगामा ने जारी किया है इस फिल्म में कुल 6 गाने है इस फिल्म में संगीत दिया है सीताराम सिंह ने जव की स्वर अमृता दिक्षित ,पपाया गांगुली ,उदित नारायण झा ने दिया है इस फिल्म की गानो की बात करेतो कुछ पारम्परिक तो कुछ मेलोडी गाने है इस फिल्म के माध्यम से सीताराम सिंह ने भी मैथिली फ़िल्मी दुनिया में बतौर संगीतकार अपना पहला कदम बढाया है
मैथिली फिल्म अकादमी, दरभंगा
Thursday, 26 February 2015
दो मैथिली फिल्मो के म्यूजिक सीडी बाजार में उपलब्ध "ललका पाग ", "क़िस्त पर दूल्हा "
जब की दूसरी मैथिली फिल्म है "ललका पाग " इस फिल्म का म्यूजिक सारेगामा ने जारी किया है इस फिल्म में कुल 6 गाने है इस फिल्म में संगीत दिया है सीताराम सिंह ने जव की स्वर अमृता दिक्षित ,पपाया गांगुली ,उदित नारायण झा ने दिया है इस फिल्म की गानो की बात करेतो कुछ पारम्परिक तो कुछ मेलोडी गाने है इस फिल्म के माध्यम से सीताराम सिंह ने भी मैथिली फ़िल्मी दुनिया में बतौर संगीतकार अपना पहला कदम बढाया है
Monday, 16 December 2013
मैथिली फ़िल्म "ललका पाग "एक परिवारिक और पवित्र प्रेम कहानी पर आधारित है
दरभंगा :मिथिला कि माटी और संस्कृति से ओत प्रोत मैथिली फ़िल्म "ललका पाग "एक परिवारिक और पवित्र प्रेम कहानी पर आधारित है दरभंगा शहर के श्यामा माई मंदिर में इस फ़िल्म का मुर्हुत किया गया और जल्द ही फ़िल्म कि शूटिंग निथिलांचल और नेपाल के विभिन्न लोकेशन पर जल्द शुरू किया जाएगा फ़िल्म के निर्देशक प्रशांत नागेन्द्र के अनुशार फ़िल्म में मिथिलांचल कि कन्या और उसके जीवन में उतार चढ़ाव को बड़े ही मार्मिक ढंग से चित्रण किया गया है इस फ़िल्म के निर्माता रत्नेश एन साह है जब कि मुख्य किरदार में रौशन राज दिखेंगे फ़िल्म में संगीत दिया है सुप्रसिद्द संगीतकार सीता राम सिंह ने फ़िल्म के कुछ गीतो को रिकॉड कर लिया गया है जब कि कुछ किरदारो का चयन करना अभी शेष है इस फ़िल्म में दरभंगा शहर कि रहने वाली सात वर्षीय गायिका नेहा कि भी आवाज सुनने को दर्शक श्रोता को मिलेगा इस मौके पर इप्टा बिहार के सचिव इंद्र भूषण रमण उर्फ़ बमबम जी ,सुधीर झा आदि मौजूद थे
मैथिली फ़िल्म " लटकले तS गेले बेटा " शुभ मुर्हुत

दरभंगा : एक्स्ट्रीम मीडिया बैनर तले बन रही मैथिली फ़िल्म " लटकले तS गेले बेटा " शुभ मुर्हुत रामबाग स्थित कंकाली मंदिर परिसर में मैथिली फ़िल्म के सुप्रसिद्ध निर्माता निर्देशक बाल कृष्ण झा के हाथो संपन्न हुआ इस इस मौके पर उन्होंने युवा वर्ग से मैथिली फ़िल्म उद्योग से जुडने और निर्माण के क्षेत्र में आगे आने और बेहतरीन फ़िल्म बनाने कि अपील कि फ़िल्म में हास्य व्यग के माध्यम से समाजिक समस्याओ मुद्दो को दिखाया जाना है फ़िल्म में मुख्य कलाकार विक्की चौधरी ,आरती गुप्ता ,विकाश झा ,रामसेवक ठाकुर ,देवराज झा ,प्रवीण झा ,नरेंद्र ,इरशाद हुसैन आदि है इस फ़िल्म कि शूटिंग दरभंगा ,मधुबनी ,सहरसा ,बेगुसराय सहित पड़ोसी देश नेपाल और राज्य बंगाल के दाजलिग और सिक्किम गंगटोक में होगा इस फ़िल्म फ़िल्म के निर्माता निर्देशक विक्की चौधरी के अनुसार इस फ़िल्म के गीतो को वॉलीवुड के चर्चित गायक उदित नारायण और उनके पुत्र आदित्य नारायण ने अपनी आवाज दी है दर्शको के बिच यह फ़िल्म मार्च तक आएगी एक्स्ट्रीम मीडिया के बैनर तले बनने वाली यह दुशरी फ़िल्म होगी इस से पूर्व "हीरो तोहर दीवाना" मैथिलि फ़िल्म का निर्माण कर चुकी है इस मौके पर बतौर अतिथि मैथिली फ़िल्म अकादमी के संयोजक शशि मोहन भारद्वाज ने कहा कि लगातार बन रही फिल्मो से मैथिली फ़िल्म उद्योग का विकाश होगा और युवाओ को इस क्षेत्र में आने से आम लोगो कि मैथिली फिल्मो के प्रति अभिरुचि बढ़ेगी
Wednesday, 16 October 2013
मैथिली फिल्म फेस्टिवल
> पहले मैथिली फिल्म फेस्टिवल का आयोजन
> दो दिनों तक फ़िल्मी सितारों से सजा रहा ऐतिहासिक राज दरबार हाल
> उज्वल है मैथिली सिनेमा का भविष्य
> व्यवसायिक नजरिये से विकशित होगा मैथिली सिनेमा
> मिल का पत्थर बनेगा फेस्टिवल
> दो दिनों में 7 फिल्मो का प्रदर्शन
> 200 से अधिक मैथिली फिल्म से जुड़े लोग का हुआ सम्मान
दरभंगा 2-3 march 2013 : मैथिली सिनेमा के निर्माण का पचास वर्ष पूरा हुआ और इस मौके पर दरभंगा में पहले मैथिली फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया गया । मैथिली फिल्म अकादमी ,दरभंगा के तत्वावधान में आयोजित इस फिल्म फेस्टिवल में राज्य सरकार द्वारा मैथिली फिल्मो को सब्सिडी दिये जाने की मांग को लेकर संघर्ष का एलान किया गया । इस फेस्टिवल में रोचक तथ्य यह रहा की देश के साथ साथ पड़ोसी देश नेपाल के विभीन्न हिस्सों में फिल्म निर्माण में संलग्न मैथिली पृष्ठभूमि के लोगो ने हिस्सा लेकर फेस्टिवल को महत्वपूर्ण बना दिया । दो दिवसिय फिल्म फेस्टिवल के दौरान सात मैथिली फिल्मो का प्रदर्शन कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के मनोरंजन गृह में हुआ जब की कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के एतिहासिक राज दरबार हाल में हुआ मुख्य आयोजन । मैथिली सिनेमा उधोग को गति प्रदान करने के उद्धेस्य से " मैथिली सिनेमा का इतिहास व वर्तमान " व " मैथिली फिल्म निर्माण में तकनीकी समस्या व समाधान " विषय पर विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान कलाकारों प्रस्तुति ने माहौल को मैथिलीमय कर दिया । मैथिली फिल्म उधोग के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए 9 हस्तियों को मैथिलि फिल्म अकादमी {माईफा अवार्ड } समान से सम्मानित किया गया ।
मैथिली फिल्म के निर्माण की दिशा में पहले प्रयास के लिए मैथिली सिनेमा
ममता गाबय गीत के निर्माता स्व० मदन मोहन दास को मरणोपरांत यह सम्मान दिया
गया । ममता गाबय गीत के निर्देशक सी परमानन्द व अभिनेत्री प्रेम लता
मिश्र "प्रेम" को क्रमश:पहले निर्देशक व अभिनेत्री के रूप में सम्मानित
किया गया जबकि मैथिली सिनेमा को नई दिशा और दो हिट फिल्म के साथ अब तक के
सक्रियता के लिए निर्माता निर्देशक बाल कृष्ण झा को सम्मानित किया गया वही
गैर मैथिली सक्रिय निर्देशक के रूप में संतोष बादल को सम्मान दिया गया जब
की शम्भू नाथ मिश्र को देश के विभिन्न प्रदेशो में रहकर मैथिली फिल्म
निर्माण की दिशा में सकारात्मक प्रयास करने के लिए सम्मानित किया गया जब
की उभरते नायक के रूप में अनिल मिश्रा ,अभिनेत्री के रूप में टिवंकल बोस
को व संगीत व गायकी क्षेत्र में पवन नारायण को अकादमी द्वारा माइफ़ा
अवार्ड से सम्मानित किया गया । फेस्टिवल के दौरान अभिनेत्री टिवंकल बोस ने
मैथिली गीतों पर नृत्य प्रस्तुति कर दर्शको व प्रतिभागियों की खूब तालिया
बटोरी उभरते कोरियोग्राफर अमर व उनके सहयोगियों ने भी लोगो को खूब थिरकाया ।
फेस्टिवल के दौरान चन्द्रमणी ,कुञ्ज बिहारी ,पवन नारायण ,बिपिन कुमार मिश्र ,मनीष श्रीवास्तव ,मदन मोहन ,अनिल बिहारी आदि ने जब गायकी शुरू की तो एतिहासिक दरबार हाल में बैठे श्रोता व फेस्टिवल में भाग ले रहे प्रतिनिधि झूम उठे हमर मुंक गाम में इ शोर भ गेलै आहा एलियई अंहार स इजोत भ गेलै ...ललिया गे ललिया चमकै छोऊ तोहर कांक बलिया .....,आजू नाथ एक ....कनी हैस क कहु कनी कैस क कहु समेत दर्जनों कर्णप्रिय गीतों पर श्रोता झूमते रहे तो दूसरी ओर अभ्युदा नन्द ने अपने हास्य व्यंग रूपी कविता से खूब गुदगुदाया फेस्टिवल के दौरान दो दिनों में बालकृष्ण झा की फिल्म सस्ता जिंदगी महग सेनुर ,सेनुरक लाज ,मणिकांत मिश्रा की फिल्म आऊ पीया अपन नगरी ,संजय पुंज की कखन हरब दुःख मोर ,अभिजित सिंह की दुलरुआ बाबू ,जीतेन्द्र झा की फिल्म पीया संग प्रीत कोना हम करबै ,अजय यश की फिल्म गरीबक बेटी ,शामिल किया गया इस मौके पर शीघ्र प्रदर्शित होने वाली दो मैथिली फिल्म चट मंगनी पट भेल बियाह और हमर सौतिन फिल्म आडियो का लोकार्पण भी किया गया ।
इस मौके पर अब तक बने मैथिली फिल्मो व प्रदर्शित होने वाली फिल्मो के पोस्टर की प्रदर्शनी में आम लोगो ने खूब जानकारिया बटोरी जब की अनिल झा की फिल्म संस्कार के लिए कलाकारों का ओडिशन भी हुआ जब की सी डी फिल्म फेर हेतैय भोर व वीडियो एल्बम इश्क में भेलै बबाल आदि के प्रमोशन भी किया गया एक टेलीफोन डायरेक्टरी का भी भी इस अवसर पर लोकार्पण हुआ जिसमे मैथिली फिल्म उधोग से जुरे निर्माता ,निर्देशक ,गीतकार ,संगीतकार ,नायक ,नायिका आदि का मोबाइल नम्बर भी संग्रहित किया गया है ।
मैथिली फिल्म उधोग को गति प्रदान करने के उद्देश्य से "मैथिली सिनेमा का इतिहास व वर्तमान " विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया सेमीनार में मैथिली साहित्य अकादमी में प्रतिनिधि विणा ठाकुर ,निर्माता निर्देशक बाल कृष्ण झा ,निर्माता सूरज तिवारी ,लेखक ऋषि वशिष्ठ ,गीतकार व अभिनेता शम्भुनाथ मिश्र ,आर एस गिरी व फिल्म समीक्षक कुमार शैलेन्द्र ,अभिनेता अंजनी कुमार, अभिनेत्री टिवंकल बोस प्रेम लता मिश्र ने अपना अपना विचार व्यक्त किया । मैथिली सिनेमा निर्माण में तकनीकी समस्या व समाधान विषय पर आयोजित संगोष्ठी में मैथिली साहित्य अकादमी अकादमी के अध्यक्ष कमलाकांत झा ,आई बी एम बेला के निदेशक ब्रजमोहन मिश्र फिल्म निर्देशक किशोर नाथ झा व विकाश झा,निर्माता निर्देशक डॉ अभय झा ,रमेश रंजन तथा अभिनेता विजय मिश्रा ,वितरक व निर्माता अजय यश अभिनेता अनिल मिश्रा और अभिनेत्री भाषा झा ने सम्बोधित किया । पुन: खुला सत्र में अभिनेत्री उषा पासवान ,अमित अविचल ,हिमांशु ,अनिल झा ,प्रदीप शर्मा जैसे कलाकारों ने अपने अपने विचार रखा । मंच का संचालन चंद्रमणि ,भास्कर झा ,वरुण कुमार झा ,हेमेन्द्र लाभ ने संयुक्त रूप से किया ।
वही बतादे की इस फिल्म फेस्टिवल 2013 का उद्घाटन निर्देशक सी परमानन्द ने दीप प्रज्वलित कर किया उद्घाटन के क्रम में श्री परमानन्द ने अपने उद्बोधन में कहां की वर्तमान परिवेश की चुनौतीयो को युवा पीढ़ी हाथो हाथ ले तो मैथिली फिल्म का विकास हो कर रहेगा उन्होंने अच्छे फिल्म के लिए अच्छे तकनीशियन व् निर्देशक की टीम होने पर बल दिया । ललित नारायण मिथिला विश्व विद्यालय के कुलपति डॉ समरेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में बतौर विशिस्ट अतिथि वरीय चिकित्सक एस एस झा ,के एस डी एस यु के डीन जीतेन्द्र कुमार ,फिल्म निर्माता निर्देशक बालकृष्ण झा ,प्रेम लता मिश्र "प्रेम ": ने भी सम्बोधित किया बतौर मुख्य अतिथि बिहार के ए डी जी आफ पुलिस आर के मिश्रा ने कहा की वर्तमान परिवेश में कम लागत की मैथिली फिल्मो के निर्माण की आवश्यकता है । अच्छी कहानी व अच्छी कलाकार फिल्म की सफलता में सहायक होंगे । उपस्थित अन्य वक्ताओं फिल्म के माध्यम से भाषा के प्रसार को महत्वपूर्ण बताया । साथ ही स्वच्छ मैथिली फिल्मो की छवि को कायम रखने का आह्वान किया ।
वही मैथिली फिल्म अकादमी दरभंगा के संयोजक शशि मोहन "भारद्वाज "आगंतुको के प्रति आभार प्रदर्शित करते हुए सिने दर्शको से मैथिली फिल्म देखने की अपील की उन्होंने खा ,दर्शको का टिकट ही फिल्म निर्माण में सहयोग होगा । कार्यक्रम में सफल बनाने में अमित अविचल ,रवि खंडेलवाल ,मोहन मुडारी ,सावन कुमार , प्रकाश झा ,नवेंदु शेखर पाठक ,नूर आलम नूर ,संतोष कुमार ,कामोद कुमार ,सुजीत आचार्य ,चन्द्र शेखर ,भारतेन्द्र सिंह आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह किया इस पहले मैथिली फिल्म फेस्टिवल का आरम्भ विपिन कुमार मिश्रा के द्वारा प्रस्तुत मंगलाचरण से हुआ जब कि समापन होली गीतों के साथ हुआ
फेस्टिवल के दौरान चन्द्रमणी ,कुञ्ज बिहारी ,पवन नारायण ,बिपिन कुमार मिश्र ,मनीष श्रीवास्तव ,मदन मोहन ,अनिल बिहारी आदि ने जब गायकी शुरू की तो एतिहासिक दरबार हाल में बैठे श्रोता व फेस्टिवल में भाग ले रहे प्रतिनिधि झूम उठे हमर मुंक गाम में इ शोर भ गेलै आहा एलियई अंहार स इजोत भ गेलै ...ललिया गे ललिया चमकै छोऊ तोहर कांक बलिया .....,आजू नाथ एक ....कनी हैस क कहु कनी कैस क कहु समेत दर्जनों कर्णप्रिय गीतों पर श्रोता झूमते रहे तो दूसरी ओर अभ्युदा नन्द ने अपने हास्य व्यंग रूपी कविता से खूब गुदगुदाया फेस्टिवल के दौरान दो दिनों में बालकृष्ण झा की फिल्म सस्ता जिंदगी महग सेनुर ,सेनुरक लाज ,मणिकांत मिश्रा की फिल्म आऊ पीया अपन नगरी ,संजय पुंज की कखन हरब दुःख मोर ,अभिजित सिंह की दुलरुआ बाबू ,जीतेन्द्र झा की फिल्म पीया संग प्रीत कोना हम करबै ,अजय यश की फिल्म गरीबक बेटी ,शामिल किया गया इस मौके पर शीघ्र प्रदर्शित होने वाली दो मैथिली फिल्म चट मंगनी पट भेल बियाह और हमर सौतिन फिल्म आडियो का लोकार्पण भी किया गया ।
इस मौके पर अब तक बने मैथिली फिल्मो व प्रदर्शित होने वाली फिल्मो के पोस्टर की प्रदर्शनी में आम लोगो ने खूब जानकारिया बटोरी जब की अनिल झा की फिल्म संस्कार के लिए कलाकारों का ओडिशन भी हुआ जब की सी डी फिल्म फेर हेतैय भोर व वीडियो एल्बम इश्क में भेलै बबाल आदि के प्रमोशन भी किया गया एक टेलीफोन डायरेक्टरी का भी भी इस अवसर पर लोकार्पण हुआ जिसमे मैथिली फिल्म उधोग से जुरे निर्माता ,निर्देशक ,गीतकार ,संगीतकार ,नायक ,नायिका आदि का मोबाइल नम्बर भी संग्रहित किया गया है ।
मैथिली फिल्म उधोग को गति प्रदान करने के उद्देश्य से "मैथिली सिनेमा का इतिहास व वर्तमान " विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया सेमीनार में मैथिली साहित्य अकादमी में प्रतिनिधि विणा ठाकुर ,निर्माता निर्देशक बाल कृष्ण झा ,निर्माता सूरज तिवारी ,लेखक ऋषि वशिष्ठ ,गीतकार व अभिनेता शम्भुनाथ मिश्र ,आर एस गिरी व फिल्म समीक्षक कुमार शैलेन्द्र ,अभिनेता अंजनी कुमार, अभिनेत्री टिवंकल बोस प्रेम लता मिश्र ने अपना अपना विचार व्यक्त किया । मैथिली सिनेमा निर्माण में तकनीकी समस्या व समाधान विषय पर आयोजित संगोष्ठी में मैथिली साहित्य अकादमी अकादमी के अध्यक्ष कमलाकांत झा ,आई बी एम बेला के निदेशक ब्रजमोहन मिश्र फिल्म निर्देशक किशोर नाथ झा व विकाश झा,निर्माता निर्देशक डॉ अभय झा ,रमेश रंजन तथा अभिनेता विजय मिश्रा ,वितरक व निर्माता अजय यश अभिनेता अनिल मिश्रा और अभिनेत्री भाषा झा ने सम्बोधित किया । पुन: खुला सत्र में अभिनेत्री उषा पासवान ,अमित अविचल ,हिमांशु ,अनिल झा ,प्रदीप शर्मा जैसे कलाकारों ने अपने अपने विचार रखा । मंच का संचालन चंद्रमणि ,भास्कर झा ,वरुण कुमार झा ,हेमेन्द्र लाभ ने संयुक्त रूप से किया ।
वही बतादे की इस फिल्म फेस्टिवल 2013 का उद्घाटन निर्देशक सी परमानन्द ने दीप प्रज्वलित कर किया उद्घाटन के क्रम में श्री परमानन्द ने अपने उद्बोधन में कहां की वर्तमान परिवेश की चुनौतीयो को युवा पीढ़ी हाथो हाथ ले तो मैथिली फिल्म का विकास हो कर रहेगा उन्होंने अच्छे फिल्म के लिए अच्छे तकनीशियन व् निर्देशक की टीम होने पर बल दिया । ललित नारायण मिथिला विश्व विद्यालय के कुलपति डॉ समरेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में बतौर विशिस्ट अतिथि वरीय चिकित्सक एस एस झा ,के एस डी एस यु के डीन जीतेन्द्र कुमार ,फिल्म निर्माता निर्देशक बालकृष्ण झा ,प्रेम लता मिश्र "प्रेम ": ने भी सम्बोधित किया बतौर मुख्य अतिथि बिहार के ए डी जी आफ पुलिस आर के मिश्रा ने कहा की वर्तमान परिवेश में कम लागत की मैथिली फिल्मो के निर्माण की आवश्यकता है । अच्छी कहानी व अच्छी कलाकार फिल्म की सफलता में सहायक होंगे । उपस्थित अन्य वक्ताओं फिल्म के माध्यम से भाषा के प्रसार को महत्वपूर्ण बताया । साथ ही स्वच्छ मैथिली फिल्मो की छवि को कायम रखने का आह्वान किया ।
वही मैथिली फिल्म अकादमी दरभंगा के संयोजक शशि मोहन "भारद्वाज "आगंतुको के प्रति आभार प्रदर्शित करते हुए सिने दर्शको से मैथिली फिल्म देखने की अपील की उन्होंने खा ,दर्शको का टिकट ही फिल्म निर्माण में सहयोग होगा । कार्यक्रम में सफल बनाने में अमित अविचल ,रवि खंडेलवाल ,मोहन मुडारी ,सावन कुमार , प्रकाश झा ,नवेंदु शेखर पाठक ,नूर आलम नूर ,संतोष कुमार ,कामोद कुमार ,सुजीत आचार्य ,चन्द्र शेखर ,भारतेन्द्र सिंह आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह किया इस पहले मैथिली फिल्म फेस्टिवल का आरम्भ विपिन कुमार मिश्रा के द्वारा प्रस्तुत मंगलाचरण से हुआ जब कि समापन होली गीतों के साथ हुआ
Wednesday, 18 September 2013
मैथिली फिल्म "हाफ़ मर्डर " का मुर्हुत संपन्न
नई दिल्ली >> साईं चरण इंटरटेमेंट के बैनर तले बनने वाली मैथिली फिल्म "हाफ मर्डर "का नोयडा {यूपी }में समारोह पूर्वक बुधवार 18 सितम्बर 2013 को सम्पन्न हुआ रिड़ेक्स होटल के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम के मौके पर फिल्म के निर्माता आर के झा ,सह निर्माता नवीन चौधरी ,निर्देशक नितेश भरद्वाज ,सह निर्देशक अरमान हैदर, पटकथा अनिल कुमार झा , संगीतकार सुनील पवन सहित फिल्म के नायक नायिका मौजूद थे निर्माता निर्देशक के अनुसार इस फिल्म को मिथिलांचल के विभिन्न इलाको में फिल्माया जाएगा फिल्म की कहानी सत्य घटना पर आधारित है अब तक मैथिली में बने फिल्मो से इस फिल्म की कहानी कुछ हटके होगी जो मिथिलांचल के दर्शको को पसंद आएगी इस मौके पर जीवेश कुमार झा , आसुतोष कुमार सहीत कई मैथिली फिल्म से जुरे हस्तियाँ मौजूद थे
Saturday, 11 May 2013
मैथिली फिल्म खुरलुच्ची का प्रदर्शन शुरू
मधुबनी: 10 may 2013 मैथिली फिल्म खुरलुच्ची का शुक्रवार को मधुबनी के मिथिला टाकीज में प्रदर्शन शुरू हुआ। इसे देखने भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। फिल्म प्रदर्शन का शुभारंभ स्थानीय विधायक रामदेव महतो व जिला भाजपा अध्यक्ष भोगेंद्र ठाकुर ने नारियल फोड़ कर किया।इस अवसर पर फिल्म के नायक मिथिलेश चौरसिया, सह कलाकार मनोज परासर, रमण मिश्र, गजेंद्र झा आदि कलाकार उपस्थित थे। निर्माता सतीश चौरसिया ने बताया कि यह कथा अंतर्जातीय विवाह व भूमि विवाद पर आधारित है। इसमें दस गाने हैं। बीएन पटेल, रीना यादव, मिष्ठी सिंह, विजय मिश्र, जिप उपाध्यक्ष भारत भूषण आदि कलाकारों ने बेहतर किरदार का प्रदर्शन किया है।फिल्म के कार्यकारी वितरक मनोज कुमार ने बताया कि पहले दिन जो व्यवसाय हुआ उससे आने वाले समय में मैथिली भाषा व फिल्म व कलाकार का भविष्य उज्जवल दिखता है। वहीं विधायक रामदेव महतो ने कहा कि हम सरकार से क्षेत्रिय फिल्म के लिए मनोरंजन कर में छूट देने का आग्रह करेंगे। इस फिल्म में गीत संगीत पवन नारायण, रमण मिश्र, पट कथा मधू झा व निर्देशक मिथिलेश चौरसिया हैं।
Tuesday, 2 April 2013
"छोटकी कनियाँ बडकी कनियाँ" और "चैनपुरवाली" का मुहूर्त
मुंबई:बाबा का दालान इन्टरटैन्मेन्ट के बैनर तले बनने वाली दो फिल्मों "छोटकी कनियाँ बडकी कनियाँ" और "चैनपुरवाली" का मुहूर्त एक ही तारिख 15 मार्च 2013 को मुंबई में संपन्न हुआ। इस मौके पर निर्देशक मनोज श्रीपति के साथ अभिनेता राहुल सिन्हा, फिल्म की अभिनेत्री रिंकू घोष, साथ फिल्म के कथा-संवाद लेखक महेंद्र मलंगिया सहित कई गणमान लोग मौजूद थे इन दोनों फिल्मो की शूटिंग अन्य प्रान्तों के साथ साथ मिथिला क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में संभावित है
Subscribe to:
Posts (Atom)